संस्कृत संभाषण शिविर--समापन दिवस समारोह
रिपोर्ट– 3 May 2025
श्याम लाल महाविद्यालय (सांध्य) में संस्कृत संभाषण शिविर का समापन समारोह
संस्कृत भारती, दिल्ली और श्याम लाल महाविद्यालय (सांध्य) के संयुक्त तत्वावधान में दस दिवसीय संस्कृत संभाषण शिबिर का आयोजन किया गया।
इस आयोजन के समापन समारोह में महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो.नचिकेता सिंह ने संस्कृत की महत्ता को रेखांकित करते हुए कहा कि ऐसे शिविर हमारी
चेतना को जागृत करने का काम करते हैं।संस्कृत हमारी परंपराओं की संरक्षक है।उन्होंने महाविद्यालय में दस दिन तक चले इस शिविर की सफलता पर सभी को बधाई दी।
इस समारोह के विशिष्ट अतिथि सेंटर फॉर हिन्दू स्टडीज,डीयू के निदेशक प्रो.ओमनाथ बिमली ने महाविद्यालय के इस महती भूमिका की तारीफ़ करते हुए कहा कि यहाँ संस्कृत विभाग न होने के बावजूद संस्कृत के प्रति यहाँ के प्राचार्य ने बहुत निष्ठापूर्वक काम किया है।ऐसे आयोजन में आकर बहुत खुशी महसूस हो रही है।उन्होंने आगे कहा कि संस्कृत हमारी संस्कृति की संवाहक है।संस्कृति हमें संस्कार देती है,इस समारोह में वह संस्कार हमें
दिखाई दे रहा है। इतने व्यवस्थित और अनुशासित आयोजन कम देखने को मिलते हैं।संस्कृत भारत की आत्मा है।इस समारोह में उस आत्मा की झलक देख रहा हूँ।हमें इस भाषा को आगे बढ़ाने का संकल्प लेना है।
इस शिविर में अध्यापन कार्य हेतु आए दोनों अध्यापकों क्रमशः डॉ. मदन मोहन तिवारी और प्रज्ञा त्रिपाठी ने इस शिविर के दस दिवसीय अनुभव को सभी से साझा किया।
महाविद्यालय के मेधावी विद्यार्थियों ने दस दिन में सीखी संस्कृत भाषा में कई सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी।जिसको सभी ने बहुत सराहा।इस शिविर में शामिल प्रतिभागियों और सृजन के पदाधिकारियों को सर्टिफिकेट और मोमेंटो प्रदान किए गए।
समारोह के अंत में हिंदी विभाग की प्रभारी प्रो.सुमित्रा ने विशिष्ट अतिथि, प्राचार्य महोदय, शिविर के दोनों अतिथि शिक्षकों,विभिन्न विभागों के उपस्थित शिक्षकगणों, नॉन टीचिंग स्टाफ ,उपस्थित सभी विद्यार्थियों के साथ इस शिविर के सभी प्रतिभागियों के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया।
समापन समारोह का संचालन दस दिवसीय संभाषण शिविर के संयोजक डॉ. नीरज कुमार मिश्र ने किया। इस समारोह में संस्कृत प्रेमियों की बड़ी संख्या में उपस्थित रही।